Incomr Tax Bill 2025 आम जनता और मध्यम वर्ग के लिए क्या बदलाव आएंगे?
सरकार ने नया इनकम टैक्स बिल 2025 पेश किया है, जो पुराने इनकम टैक्स कानून 1961 की जगह लेगा। इस नए बिल का मुख्य उद्देश्य टैक्स प्रणाली को आसान, पारदर्शी और कम जटिल बनाना है, ताकि आम जनता और मध्यम वर्ग के लिए टैक्स भरना और समझना आसान हो जाए।
सरल भाषा और आसान नियम
पुराने इनकम टैक्स कानून में कई जटिल कानूनी शब्द थे, जिन्हें समझना आम आदमी के लिए मुश्किल था। नए बिल में भाषा को सरल और स्पष्ट किया गया है, जिससे छोटे व्यापारी, नौकरीपेशा और वरिष्ठ नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा।
👉 पहले ‘Previous Year’ और ‘Assessment Year’ जैसी जटिल शब्दावली थी, जिसे अब ‘Tax Year’ कर दिया गया है, जिससे टैक्स समझना और भरना आसान होगा।
टैक्स बचाने और छूट पाने के नियम आसान
मध्यम वर्ग के लिए सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि वह कहां निवेश करें जिससे टैक्स बच सके। पहले डिडक्शन और छूट (Tax Deduction) की जानकारी कई जगह बिखरी होती थी, लेकिन नए बिल में इसे टेबल और फॉर्मूले के जरिए आसान बनाया गया है।
- स्टैंडर्ड डिडक्शन नियम स्पष्ट किया गया।
- मकान लोन पर छूट के नियम आसान किए गए।
- स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) और बच्चों की पढ़ाई पर टैक्स छूट को बेहतर बनाया गया।
छोटे व्यापारियों और सैलरीड क्लास के लिए फायदा
छोटे व्यापारी और मध्यम वर्ग के लिए Presumptive Taxation को सरल बनाया गया है।
- पहले TDS के कई अलग-अलग सेक्शन थे, लेकिन अब इन्हें टेबल फॉर्मेट में पेश किया गया है, जिससे समझना आसान हो जाएगा।
- व्यवसायियों के लिए टैक्स भरने की प्रक्रिया आसान होगी, जिससे किसी एक्सपर्ट की मदद की जरूरत कम होगी और वे खुद से रिटर्न फाइल कर सकेंगे।
नया और पुराना इनकम टैक्स कानून: मुख्य बदलाव
बदलाव का क्षेत्र | पुराना इनकम टैक्स कानून (1961) | नया इनकम टैक्स बिल 2025 |
---|---|---|
भाषा की कठिनाई | जटिल कानूनी शब्दों से भरा हुआ | सरल और आसान भाषा |
टैक्स ईयर की परिभाषा | ‘Previous Year’ और ‘Assessment Year’ | ‘Tax Year’ |
TDS के नियम | अलग-अलग सेक्शन में फैले हुए | टेबल और फॉर्मूले के जरिए स्पष्ट |
छोटे व्यापारियों के लिए | नियम समझना कठिन | Presumptive Taxation के आसान नियम |
टैक्स छूट और डिडक्शन | जटिल प्रक्रिया | साफ और पारदर्शी नियम |
कुल पेज | 880 पेज | 622 पेज |
Fringe Benefit Tax | शामिल था | हटा दिया गया |
क्या यह नया बिल फायदेमंद है?
- सरल भाषा और आसान नियम से आम लोगों को फायदा होगा।
- मध्यम वर्ग को टैक्स बचाने के अधिक अवसर मिलेंगे।
- छोटे व्यापारियों के लिए टैक्स नियम स्पष्ट होंगे।
- TDS और अन्य गणना टेबल और फॉर्मूले से समझना आसान होगा।
अगर संसद में यह बिल पास हो जाता है, तो यह 1 अप्रैल 2026 से लागू होगा, जिससे आम जनता को टैक्स से जुड़े नियमों को समझने और पालन करने में आसानी होगी।