दिल्ली: आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ 18 रन से हार का सामना करना पड़ा. लेकिन, इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी की पारी ने सभी का ध्यान खींचा. 43 साल के धोनी ने नंबर 5 पर बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ 12 गेंदों में 27 रन ठोक दिए, जिसमें तीन छक्के और एक चौका शामिल था. हालांकि, उनका ये दमदार प्रदर्शन भी टीम को हार से नहीं बचा पाया और CSK को सीजन में लगातार चौथी हार मिली,
चेन्नई की टीम 220 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 201 रन ही बना सकी. टीम इस समय पॉइंट्स टेबल में नौवें नंबर पर है और सिर्फ 5 मैचों में दो अंकों के साथ संघर्ष कर रही है. इस हार के बाद फैंस के बीच धोनी के बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर चर्चा तेज हो गई, लेकिन धोनी ने इस मैच में दिखा दिया कि उम्र महज एक नंबर है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने की तारीफ
पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने धोनी की पारी की सराहना की. उन्होंने कहा, “धोनी जब मैदान पर आए तो जीत का इरादा साफ दिखा. उन्होंने 250 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए. हां, अब वक्त आ गया है कि धोनी खुद को एक बार फिर नया रूप दें, क्योंकि क्रिकेट में नाम और पहचान ज्यादा समय तक नहीं चलती. मैं नहीं चाहता कि धोनी की छवि को कोई नुकसान पहुंचे.”
इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हुए मुकाबले में धोनी नॉट-आउट लौटे थे. लेकिन, तब सिद्धू ने उन्हें ‘फुस्स पटाखा’ कहा था.
दरअसल CSK के 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर धोनी को दबाव कम करने का शानदार मौका मिला, जब मोहित शर्मा ने नो-बॉल फेंकी और अंपायर ने फ्री हिट का संकेत दिया. पूरे स्टेडियम में उत्साह का माहौल महसूस किया जा सकता था, खासकर तब जब धोनी स्ट्राइक पर थे. हालांकि, मोहित ने शानदार गेंदबाजी करते हुए धोनी को बाउंसर से चकमा दिया और CSK इस मौके का फायदा उठाने में विफल रही. इस चूके अवसर के बारे में बोलते हुए सिद्धू ने अपने चिरपरिचित अंदाज में धोनी को ‘फुस पटाखा’ (ऐसा पटाखा जो ठीक से जलता नहीं) करार दिया था.
इस मैच के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि धोनी अभी भी मैच का रुख पलटने की ताकत रखते हैं। हालांकि टीम को अब लगातार जीत की तलाश है और इसके लिए टॉप ऑर्डर को भी जिम्मेदारी उठानी होगी। मैदान पर धोनी की मौजूदगी और उनका अनुभव टीम के लिए अब भी किसी हथियार से कम नहीं है।